चरवाही

श्रृंखला 3

भरोसा और आज्ञाकारिता

पाठ छह – और पतरस

मत्ती- 28:7- उसके चेलों को शीघ्र जाकर बताओ कि वह मरे हुओं में से जी उठा है, और देखो, वह तुमसे पहले गलील को जाएगा-वहां तुम उसे देखोगे। देखो, मैंने तुम्हें बता दिया है।

मरकुस 16:7- परन्तु जाओ, उसके चेलों और पतरस को बताओ कि वह तुमसे पहले गलील जाएगा और तुम उसे वहां देखोगे, जैसा कि उसने तुमसे कहा था।

पतित पतरस

चारों सुसमाचारों में से सभी परमेश्वर के पुनरुत्थान की कहानी का अभिलेख करते हैं। लेकिन केवल मरकुस का सुसमाचार में और पतरस शब्द है। चूंकि यूहन्ना वह था जिससे यीशु प्रेम रखता था, बाइबल ‘‘और यूहन्ना क्यों नहीं कहती? चूंकि थोमा को प्रभु के पुनरुत्थान के बारे में संदेह था, यह ‘‘और थोमा’’ क्यों नहीं कहती? स्वर्गदूत ने सबसे अच्छे चेलों या सबसे जरूरतमंद चेलों का उल्लेख नहीं किया। उन्होंने विशेष रूप से पतरस का उल्लेख किया। क्यों? वह क्या था जिसने पतरस को दूसरों से अलग किया?

पतरस किस तरह का व्यक्ति था? पुनरुत्थान के तीन दिन पहले, पतरस ने एक बड़ा पाप किया, एक ऐसा पाप जिससे पिता के स्वर्गदूतों के सामने प्रभु पतरस को इनकार करने का कारण बन सकता था। पतरस ने न केवल मनुष्य के सामने प्रभु को इनकार किया लेकिन उसने एक दासी के सामने भी उसे इनकार किया, जिससे उस समय, सभी घृणा करते थे। लेकिन प्रभु महिलाओं से यह चाहते थे कि वे चेलों और पतरस को उसके पुनरुत्थान के बारे में बताए। और पतरस शब्द का बहुत गहरा अर्थ है! अगर किसी भाई या बहन को पतरस का अनुभव था, तो वे शायद ऐसे सोचेंगेः

‘‘ओह! मैं गिर गया। मैंने जो पाप किया है वह एक सामान्य पाप नहीं है। मुझे डर है कि अब मैं प्रभु के करीब नहीं जा सकता हूं। प्रभु ने मुझे पहले से ही त्याग दिया होगा—एक समय में मैंने स्वीकार किया कि वह मसीह था, जीवित परमेश्वर का पुत्र। दूसरी बार मैंने उनसे कहा, ‘‘प्रभु, हम किसके पास जाएं? अनन्तजीवन का वचन तो तुम्हारे पास है।’’ लेकिन अंततः जैसे कि प्रभु क्रूस पर चढ़ने वाला था, मैंने उसे नकारने का बड़ा पाप किया।’’

प्रभु ने विशेष रूप से

पतरस का उल्लेख किया-

यह सुसमाचार है

यहां एक पतित, पापी पतरस था जिसने प्रभु को इनकार किया था। फिर भी प्रभु ने विशेष रूप से उसका उल्लेख किया। यह सुसमाचार है! भाइयों और बहनों, क्या आप जानते हैं कि एक बार जब प्रभु आपको बचाता है, तो वह आपको सदा के लिए बचाता है। यद्यपि आप निराश होते हैं, प्रभु कभी भी निराश नहीं होगा। आप जैसे एक पापी व्यक्ति उसके पास वापस लौटने में शर्मिंदा हो सकता है, लेकिन जिसके खिलाफ आपने पाप किया है, वह मानता है कि उसके पास लौटने में कुछ भी गलत नहीं है–पतरस की स्थिति प्रभु की आवश्यकताओं से बहुत कम थी। उसे देखने के लिए उसे हिम्मत कैसे हो सकती है? लेकिन वह फिर भी प्रभु से मिलने के लिए गया। उसने और पतरस शब्दों के कारण जाने की हिम्मत रखी। भाइयों और बहनों, अगर आप और पतरस शब्दों के पीछे प्रभु का इरादा जानते हैं, तो क्या आप अभी भी उसकी ओर मुड़ने के बजाय, उससे दूर जाओगे? यदि आप और पतरस शब्दों का गहरा महत्व एहसास करते हैं, तो आपको प्रभु के निकट आना ही होगा।

प्रभु हमें अपने पास लौटने के लिए

सक्षम बनाता है

आप के लिए उससे प्रेम न करना, उसके समीप न जाना या उसके पास न लौटना बहुत आसान होगा; लेकिन उसके लिए आपको भूलना, त्याग देना या प्रेम न करना असंभव है। यदि आप गिर जाते हैं, तो फिर से वह आपको उठा सकता है। यद्यपि ऐसा लगता है कि अब आप उसके समीप नहीं आ सकेंगे, विश्वास में और पतरस शब्द को याद करें और आप उसके समीप आने में सक्षम होंगे। जब आप प्रभु के पास आना चाहते हैं, लेकिन आपको ऐसा लगता है कि आप उससे बहुत दूर हैं और उसके समीप आने में आपके पास कोई सामर्थ नहीं, तो आपको और पतरस शब्दों को याद करने की जरूरत है—प्रभु ने पतरस को नहीं छोड़ा था और न ही उसने तुम्हें त्याग दिया है। और पतरस का अर्थ है ‘‘और तुम’’- ‘‘तुम’’ जो पतरस की तरह असफल रहे हो। आप अपने लिए प्रभु के हृृदय को देख सकें। यदि आप प्रभु के हृदय को देखेंगे, तो आप उसकी ओर दौड़ेंगे।

LOVED WITH EVERLASTING LOVE

Assurance and Joy of Salvation— Loved by the Lord – 284

  • 1. Loved with everlasting love,
    Led by grace that love to know;
    Spirit, breathing from above,
    Thou hast taught me it is so.
    Oh, this full and perfect peace!
    Oh, this transport all divine!
    In a love which cannot cease,
    I am His, and He is mine.
  • 2. Heaven above is softer blue,
    Earth around is sweeter green;
    Something lives in every hue
    Christless eyes have never seen:
    Birds with gladder songs o’erflow,
    Flow’rs with deeper beauties shine,
    Since I know, as now I know,
    I am His, and He is mine.
  • 3. Things that once were wild alarms
    Cannot now disturb my rest;
    Closed in everlasting arms,
    Pillowed on the loving breast.
    Oh, to lie forever here,
    Doubt and care and self resign,
    While He whispers in my ear,
    I am His, and He is mine.
  • 4. His forever, only His:
    Who the Lord and me shall part?
    Ah, with what a rest of bliss
    Christ can fill the loving heart.
    Heaven and earth may fade and flee,
    Firstborn light in gloom decline;
    But, while God and I shall be,
    I am His, and He is mine.