चरवाही

श्रृंखला 1

उच्च सुसमाचार

पाठ सात – मसीह आत्मा है

1 कुर 15:45-अन्तिम आदम जीवनदायक आत्मा बना।

2 कुर 3:17-अब यह प्रभु तो आत्मा है, और जहाँ कही प्रभु का आत्मा है, वहाँ स्वतंत्रता है।

यीशु मसीह परमेश्वर का पुत्र है और मानव जाति का उद्धारकर्ता है। करीब दो हजार साल पहले वह संसार में आया और इस धरती पर एक वास्तविक मानव के रूप में जीया। उसका जीवन एक सिद्ध मानव जीवन था जो नैतिकता के सर्वोच्च स्तर का उदाहरण देता है। साढ़े तैंतीस साल निष्पाप जीवन जीने के बाद, उसे क्रूस पर मार दिया ताकि सब मानव जाति का पाप उठा सके। (यूहन्ना 1:29) इस विषय में हम देखेंगे कि उसके मानवजाति के छुटकारे के अद्भूत कार्य को पूरा करने के बाद क्या हुआ।

आत्मा के रूप में

पुनरुत्थित मसीह

हमारी आत्मा में जीता है

बाइबल कहती है कि मसीह तीन दिन के लिए मृत्यु में चला गया पर वह वहाँ नहीं रहा। तीसरे दिन वह आत्मिक और भौतिक रूप से पुनरुत्थित हुआ (1 कुर 15:3-4) उसके पुनरुत्थान के प्रचुर गवाह, जिन्होने उसे देखा और उनके साथ बात की और उसके साथ चले, एक एतिहासिक तथ्य का एक मजबूत प्रमाण है जो पिछले दो हजार वर्षो से अबाधित रहा है। सुकरात मर गया, नेपोलीन मर गया, महान एलेग्जेंडर मर गया, कार्ल मार्क्स मर गया और मुहम्मद, बुद्धा और कन्फयूशियस सभी मर गए। लेकिन यीशु मसीह जिन्दा है! उसकी कब्र एक खाली कब्र है और आज वह लाखों लोगों की आत्माओं के अंदर जीता है।

आत्मा को समझने का सबसे उत्तम तरीका सचित्र उदाहरण के माध्यम से है। अपने चारों ओर की हवा पर विचार करें। वह सब जगह है और सभी के लिए उपल्ब्ध है। यदि आप पूरब में हैं या पश्चिम में हैं, एक बंद कमरे में या बाजा़र में हैं, हवा हमेशा आपके साथ है। बाइबल आत्मा की हवा से तुलना करती है। वास्तव में, यूनानी भाषा में आत्मा के लिए शब्द न्यूमा है जिसका अनुवाद ‘‘श्वास’’ या ‘‘वायु’’ भी किया जा सकता है। प्रभु के पुनरुत्थान की शाम को वह अपने चेलों के पास आया और कुछ विचित्र चीज उनके लिए कीः उसने उन पर फूंका और उनसे कहा, ‘‘पवित्र आत्मा लो (यूहन्ना 20:22) दिव्य श्वास जो उसने पुनरुत्थान में चेलों पर फूंका, वह जीवन दायक आत्मा के रूप में अपने आप था।

आत्मा हमारे जीवन को

अर्थपूर्ण और पूर्ण बनाता है

जब मसीह इस धरती पर जी रहा था, वह चेलों के लिए पूर्ण रूप से उपलब्ध नहीं था। जब वह गलील में था, वह यरूशलेम में नहीं हो सकता था। वह समय और जगह के पाबंद में था। वह हर समय सब लोगों के साथ उपस्थित नहीं हो सकता था।

सांस लेने से ज्यादा सरल कुछ नहीं है। एक व्यक्ति बहुत गहरे रहस्यों को समझ नहीं पाएगा लेकिन जब तक वह एक इंसान है, वह स्वास ले सकता है। स्वास लेना एक विश्वव्यापिक योग्यता है, कोई भी जीवित प्राणी स्वास ले सकता है। मसीह ने अपने आप को इतना उपलब्ध किया है कि कोई भी उसे प्राप्त कर सकता है और अनुभव कर सकता है।

मनुष्य एक रबड़ टायर के जैसा है और आत्मा हवा जैसी है। बहुत लोग अपने जीवन में ‘‘पंचर टायर’’ के साथ जीते हैं, वे उदास हैं और जीवन के सफर में एक ऊबड़-खाबड़ तरीके से धीरे चलते हैं। हमें जो जरूरत है वह स्वर्गीय हवा है-मसीह का जीवन दायक आत्मा। जब हमारे पास वह है, हमारा सफर आसान हो जाएगा और हम स्वर्गीय न्यूमा के साथ भर जाएंगे।

आत्मा के द्वारा हमारे पास प्रेम, ज्योति, सच्चाई, खुशी, सामर्थ और परमेश्वर के सब गुण हैं। अगर हमारे अन्दर आत्मा नहीं है, हमारा जीवन अन्धकार, कमजोरी और घुटन से भरा होगा। लेकिन आत्मा त्रिएक परमेश्वर को हम पर लागू करती है और हमारे जीवन को अर्थपूर्ण और पूर्ण बनाता है।

प्रभु के नाम को पुकारने के द्वारा

जो कुछ परमेश्वर है उनको अनुभव करना

जब एक व्यक्ति प्रभु यीशु में विश्वास करता है, तो उस व्यक्ति के अंदर आत्मा प्रवेश करता है और उसके अंदर जीता है। दूसरा तीमुथियुस 4:22 कहता है कि प्रभु यीशु मसीह हमारी आत्मा के साथ है। हमें परमेश्वर को ढूंढने के लिए स्वर्ग में जाने की जरूरत नहीं है और उसे छूने के लिए हमें पृथ्वी पर कोई तीर्थयात्रा करने की जरूरत नहीं है। महापवित्र स्थान अब हमारी आत्मा में हैं। जब एक घर में बिजली लगायी जाती है, एक व्यक्ति को सिर्फ स्विच को चालू करना है। आज आत्मा इस ब्रह्माण्ड में ‘‘स्थापित’’ किया गया है-मसीह ने सब कार्य को पूरा किया है और जीवन दायक आत्मा के रूप में वह अब सब जगह है। जब भी हम प्रभु के नाम को पुकारते हैं, हमारी आत्मा ‘‘चालू है’’ और जो कुछ परमेश्वर है हम वह अनुभव कर सकते हैं।

हम आत्मा के रहस्य को एक अन्य सचित्र उदाहरण के द्वारा समझ सकते हैं। एक दिन गरमी में मैंने बाजार से एक तरबूज खरीदा। तरबूज बड़ा था, और उसे घर लाते समय बहुत पसीना बहा। मेरा उद्देश्य था कि उस तरबूज को खाँऊ और पचाऊँ। ऐसा करने के लिए, पहले मैंने तरबूज को टुकड़ों में काटा। तरबूज को और आसानी से पाने के लिए मैंने तरबूज के हिस्सों को निचोड़ा और उसका रस निकाला। तरबूज के रस के द्वारा वह बड़ा तरबूज मेरे लिए बहुत आंनदमय हुआ। मूल में, परमेश्वर स्वर्ग में था। उसे इस बिना कटे बड़े तरबूज से चित्रित किया जा सकता है। एक दिन वह मनुष्य बना और क्रूस पर चढ़ाया गया। उसके क्रूसीकरण के द्वारा उसे ‘‘टुकड़ों में काटा गया।’’ लेकिन यह प्रक्रिया रूकी नहीं, अपनी मृत्यु के बाद वह जी उठा और आत्मा के रूप में रूपांतरित हुआ। यह तरबूज के हिस्सों को निचोड़ने के समान है। आत्मा तरबूज के रस के समान हैं। इस प्रक्रिया के द्वारा परमेश्वर हमारी पहुँच में आया। आज, जिस परमेश्वर की हम आराधना करते हैं वह ‘‘बिना कटा’’ परमेश्वर नहीं है। वह ‘‘प्रक्रिया से गुजरा’’ परमेश्वर है। दूसरे शब्दों में, जीवन दायक आत्मा बनने के लिए वह एक प्रक्रिया से गुजरा। अब उस तक पहुंचने के लिए हमें पसीना बहाने और संघर्ष करने की जरूरत नहीं है, वह हमारे लिए बहुत आनंदमय और पहुंचने योग्य बन गया है।

आत्मा को आसानी से पीने के लिए

सक्षम होना

यूहन्ना के सुसमाचार में उस दिन के महान धार्मिक पर्व के अंत में मसीह खड़ा हुआ और कहा कि यदि कोई मनुष्य प्यासा था तो वह उनके पास आकर पी सकता था। फिर मसीह ने कहा ‘‘जो मुझ पर विश्वास करता है, जैसा पवित्रशास्त्र में कहा गया है, उसके हृदय में से जीवन के जल की नदियाँ बह निकलेगी’’ (यूहन्ना 7:37-38)—यहाँ आत्मा ‘‘जीवन के जल की नदियाँ’’ के समान है। मसीह जब यह बोल रहा था उस समय जीवित जल नहीं था, क्योंकि वह मृत्यु और पुनरुत्थान की प्रक्रिया से नहीं गुजरा था। लेकिन उसकी मृत्यु और पुनरुत्थान के बाद प्रक्रिया पूरी हो गयी और जीवित जल के रूप में आत्मा आज यहां है। अब हम आत्मा को आसानी से पी सकते हैं। यह जीवित जल हमारी अंदरूनी प्यास को पूर्ण रूप से बुझाता है।

हे प्रभु, तू अब आत्मा है
मसीह का अनुभव-
आत्मा के रूप में
493

1 हे प्रभु आप अब आत्मा हैं।
देता जीवन करता सजीव
अपने धन से देता है बल
कितना दिव्य और तेजस्वी।
2 हे प्रभु आप अब आत्मा हैं।
देता मुक्ति, अपने बल से
यह सच्ची मुक्ति के द्वारा
जीवन की व्यवस्था विधान करते।
3 हे प्रभु आप अब आत्मा हैं।
बदलता है और सोखता है।
तेरे रूप में अनुरूप करता
और प्रकाश से उजागर करता ।
4 हे प्रभु आप अब आत्मा हैं
मेरी आत्मा में रहते हैं ।
मेरी आत्मा से मिश्रित करता
और एक आत्मा बन जाता है।
5 प्रभु आप मुझे सिखाओ
मेरे आत्मा का अभ्यास करना
तेरी आत्मा में चलने दें
तेरे सत्य में जीने दें।