चरवाही
श्रृंखला 6
कलीसिया जीवन
पाठ दो – कलीसिया के दो पहलू
मत्ती- 16:18-मैं तुझसे यह भी कहता हूँ कि तू पतरस है और इसी चट्टान पर मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा, और अधोलोक के फाटक उस पर प्रबल न होंगे।
मत्ती- 18:16-17-और यदि वह न सुने, तो और एक दो जन को अपने साथ ले जा, कि हर एक बात दो या तीन गवाहों के मुंह से ठहराई जाए। 17यदि वह उन की भी न माने, तो कलीसिया से कह दे।
सार्वभौमिक पहलू
सार्वभौमिक पहलू में कलीसिया अद्वितीय रूप से एक है। इफिसियों 1 के अंत में पौलुस कहता है कि कलीसिया मसीह की देह है, उनकी पूर्णता जो सब में सब कुछ भरता है। यह इसके सार्वभौमिक पहलू में कलीसिया है, क्योंकि मसीह के पास केवल एक देह है, जो विश्व में एकमात्र है।
सार्वभौमिक कलीसिया
सार्वभौमिक कलीसिया जीवित परमेश्वर का घर, मसीह की देह, दुल्हन जो दुल्हे के रूप में मसीह से मेल खाती है, और नया मनुष्य है।
जैसा कि मत्ती 16:18 में
प्रभु द्वारा प्रकट किया गया है
मत्ती 16:18 में हमारे पास कलीसिया पर प्रभु का पहला उल्लेख है। इस आयत में वह कहता है, इसी चट्टान पर मैं अपनी कलीसिया बनाऊंगा। जो यहां पर दर्शाया गया है वह विश्व में प्रभु की एकमात्र गवाही के लिए सार्वभौमिक कलीसिया है।
मसीह के सर्व-सम्मिलित व्यक्ति से सार्वभौमिक कलीसिया का गठन किया गया है। सार्वभौमिक कलीसिया के गठन के लिए वह अंश, तत्व, और घटक है। इसलिए, कलीसिया, नाचीज से नहीं बल्कि कुछ अद्भुत बनायी गयी थी। यह आदम से हव्वा के निर्माण से सूचित किया गया है। आदम हव्वा को आगे लाने के लिए अंश, तत्व, और घटक था। इसी तरह, सृष्टि के विपरीत, जो नाचीज से थी, मसीह के अद्भुत व्यक्ति के माध्यम से अर्थात प्रक्रिया से गुजरे त्रिएक परमेश्वर के देहरूप और एक अद्वितीय सिद्ध मनुष्य से कलीसिया अस्तित्व में आयी। सार्वभौमिक कलीसिया, मसीह की देह, अद्भुत, उत्कृष्ट, मसीह का सर्वसम्मिलित व्यक्ति, जीवित परमेश्वर के पुत्र के विषय में प्रकाशन की चट्टान पर बनायी गयी।
स्थानीय पहलू
सार्वभौमिक रूप से, कलीसिया अद्वितीय रूप से एक है। स्थानीय रूप से, हालांकि, कलीसिया कई इलाकों में अभिव्यक्त होती है। इसलिए, एक सार्वभौमिक कलीसिया कई स्थानीय कलीसियाएं बन जाती है। परमेश्वर मसीह में अभिव्यक्त होता है, मसीह कलीसिया में अभिव्यक्त होता है, और कलीसिया स्थानीय कलीसियाओं में अभिव्यक्त होती है।
स्थानीय कलीसियाएं
स्थानीय पहलू में कलीसिया कई इलाकों में स्थानीय कलीसियाओं के रूप में अभिव्यक्त होती है। पृथ्वी पर कई जगहों पर अभिव्यक्त एक सार्वभौमिक कलीसिया कई स्थानीय कलीसियाएं बन जाती है। एक इलाके में कलीसिया की अभिव्यक्ति उस विशिष्ट इलाके में स्थानीय कलीसिया है।
मसीह की देह के रूप में सार्वभौमिक कलीसिया स्थानीय कलीसियाओं के माध्यम से अभिव्यक्त होती है। स्थानीय कलीसियाएं, मसीह की एक देह की अभिव्यक्ति के रूप में, स्थानीय रूप से एक हैं। स्थानीय कलीसियाओं के बिना सार्वभौमिक कलीसिया की कोई व्यावहारिकता और वास्तविकता नहीं होगी। सार्वभौमिक कलीसिया स्थानीय कलीसियाओं में एहसास की जाती है। सार्वभौमिक कलीसिया को जानना स्थानीय रूप से कलीसिया को जानने में परिपूर्ण होना चाहिए। स्थानीय कलीसियाओं को जानना और अभ्यास करना हमारे लिए एक महान प्रस्ताव है।
केवल स्थानीय कलीसियाओं में ही कलीसिया व्यावहारिक हो सकती है। केवल स्थानीय कलीसिया में और स्थानीय कलीसिया के द्वारा हमारे पास कलीसिया का अभ्यास हो सकता है। यदि हमारे पास स्थानीय कलीसिया नहीं है, तो हमारे पास जहां तक कलीसिया का सवाल है, कुछ भी व्यावहारिक नहीं है। अंत में, बाइबल सात स्थानीय कलीसियाओं के साथ समाप्त होती है (प्रक-1:10-13)।
जैसा कि मत्ती 18:17 में
प्रभु द्वारा प्रकट किया गया है
सार्वभौमिक कलीसिया को मत्ती 16:18 में प्रभु द्वारा प्रकट किया गया था, लेकिन स्थानीय कलीसिया उसके द्वारा मत्ती 18:17 में प्रकट की गयी थी। इस आयत में वर्णित कलीसिया एक स्थानीय कलीसिया होनी चाहिए क्योंकि यह एक जगह है जहां हम जा सकते हैं। प्रभु ने कहा कि यदि आपके पास एक भाई के साथ कोई समस्या है, तो आपको पहले उसके पास जाना चाहिए। यदि वह आपकी बात सुनता है, तो समस्या हल हो जाती है। लेकिन यदि वह आपकी बात नहीं सुनता है, तो आपको उससे गवाही देने के लिए एक या दो को अपने साथ ले जाना चाहिए, कि वह उनकी सुने। यदि वह अभी भी नहीं सुनता है, तो आपको समस्या को कलीसिया के पास ले जाना चाहिए। यह निश्चित रूप से स्थानीय कलीसिया होनी चाहिए। यह सार्वभौमिक कलीसिया नहीं हो सकती है, क्योंकि हम इस समस्या को सार्वभौमिक कलीसिया में नहीं, केवल स्थानीय कलीसिया में ला सकते हैं।
एक शहर को
प्रत्येक स्थानीय कलीसिया की सीमा और
आधार भूमि के रूप में लेना
प्रत्येक स्थानीय कलीसिया की सीमा और आधार भूमि के रूप में एक शहर को लेने के द्वारा विभिन्न शहरों में कलीसियाएं स्थापित की जाती हैं। प्रकाशितवाक्य 1:11 इसे बहुत ही स्पष्ट रूप से सूचित करता है। इस आयत में आवाज ने यूहन्ना से कहा, जो कुछ तू देखता है, उसे पुस्तक में लिख और सातों कलीसियाओं अर्थात् इफिसुस, स्मुरना, पिरगमुन, थूआतीरा, सरदीस, फिलादेलफिया और लौदाकिया को भेज दे। यह आयत बहुत ही महत्वपूर्ण तरीके से बनी है। यहां हम देखते हैं कि इस पुस्तक को सात कलीसियाओं में भेजना इसे सात शहरों में भेजे जाने के समान है। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि शुरूआती दिनों में कलीसिया जीवन का अभ्यास ऐसे था कि एक शहर के लिए एक कलीसिया, एक कलीसिया के साथ एक शहर, एक स्थानीय कलीसिया की सीमा और आधार भूमि के रूप में एक शहर। किसी भी शहर में एक से अधिक कलीसिया नहीं थी। यह स्थानीय कलीसिया है, शहर के संबंध में स्थानीय, सड़क या क्षेत्र के संबंध में नहीं।
प्रकाशितवाक्य 1:11 प्रेरित 14:13 और तीतुस 1:5 से मेल खाता है। इन दो आयतों में हम देखते हैं कि प्रत्येक कलीसिया में प्राचीनों को नियुक्त करना प्रत्येक शहर में प्राचीनों को नियुक्त करना है, और प्रत्येक शहर में प्राचीनों को नियुक्त करना प्रत्येक कलीसिया में प्राचीनों को नियुक्त करना है। इससे यह प्रचुर रूप से स्पष्ट है कि कलीसिया का क्षेत्र और सीमा बिल्कुल उसी शहर के समान होगी जिसमें वह स्थित है। दूसरे शब्दों में, कलीसिया की सीमा, क्षेत्रधिकार, उस शहर के समान है जिसमें यह स्थापित की गयी है।
सभी स्थानीय कलीसियाएं
विश्व में मसीह की
एक अद्वितीय देह होना
सभी स्थानीय कलीसियाएं विश्व में मसीह की एक अद्वितीय देह हैं (इफ-4:4)। प्रत्येक स्थानीय कलीसिया इस सार्वभौमिक देह का हिस्सा, इस एकमात्र देह की स्थानीय अभिव्यक्ति है। यह एक सार्वभौमिक कलीसिया, एक देह, सभी स्थानीय कलीसियाओं को शामिल करती है। वहां हजारों स्थानीय कलीसिया हो सकती हैं, लेकिन एक साथ वे एक सार्वभौमिक कलीसिया को गठित करती हैं। सार्वभौमिक कलीसिया मसीह की एकमात्र देह है, और सभी स्थानीय कलीसियाएं केवल इस एक देह की स्थानीय अभिव्यक्ति हैं।
कलीसिया- उसकी सामान्य परिभाषा
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1 मसीह की देह कलीसिया
पिता का निवास स्थान
बुलाये लोगों की सभा
मानव के साथ मिश्रण
सृष्टि के पूर्व चुने गये
छुड़ाया मृत्यु से
उसका स्वभाव और पद्वी
स्वर्ग का ना भौतिक है।
2 नई सृष्टि का मनुष्य
प्रभु से जन्मा है
आत्मा में बपतिस्मा लिया
वचन द्वारा पवित्र
मसीह जीवन और सार है
और महिमामय सिर
सब शत्रुओं के उपर
उसके साथ चढ़ गया।
3 उसकी एक नींव मसीह है
कोई और ना डाल सकें
सब कुछ जो उसके पास है
हर रूप में दिव्य है
अंग जे आत्मा के द्वारा
मृत्यु को अपनाते
पुनरूत्थान में निर्माण
4 खुदा, प्रभु, आत्मा एक
उसके तत्व एक है
एक विश्वास, आशा, बपतिस्मा
पुत्र में एक देह है
उसमें त्रिएक परमेश्वर
एक देह के अंग है
विश्वास में एक हो गये
महिमा की आशा में।
सोना, चॉदी कीमती पत्थर।
5 हर जाति और वर्गो से
आते हैं सारे अंग
उन वर्गो की अपेक्षा
संयुक्त हो गया है
वहॉ न उॅचा नीचा
और ना अन्यजाति
न मुक्त, न दास, न स्वामी
पर एक ’’नया मनुष्य’
6 एक देह है सार्वभौमिक
हर एक जगह प्रकट
निवास का स्थान है उसका
केवल भूमि रखता
स्थानीय है प्रशासन
देना जवाब उसको
सार्वभौमिक संगति
एक मन में थामते हैं।
7 स्थानीय मिलन का रूप
नया यरूशलेम
उसका पहलू और विवरण
सब में देखना है
मसीह दीवट जो चमकता
परमेश्वर के साथ उसमें
ज्योति में खुदा साथ
महिमामय रूप को
दीवट प्रकट करता।